दूरसंचार विभाग ने संचार मित्रों को किया सम्मानित

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दूरसंचार विभाग ने संचार मित्रों को किया सम्मानित

पीआईबी-चंडीगढ़, 17 अप्रैल। दूरसंचार विभाग, पंजाब लाइसेंस सेवा क्षेत्र की ओर से पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़ के सहयोग से गुरुवार को संचार मित्रों को सम्मानित किया। पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़ के इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग विभाग में सम्मान समारोह आयोजित हुआ। संचार मित्र योजना दूरसंचार विभाग की विभिन्न नागरिक केंद्रित सेवाओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए छात्रों को स्वयंसेवकों के रूप में शामिल करने का एक मंच है। इस योजना का उद्देश्य दूरसंचार विभाग (डीओटी) और नागरिकों के बीच एक सेतु स्थापित करना है, जिससे दूरसंचार मुद्दों के प्रति सहयोगात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा मिल सके। डिजिटल सेवाओं के संबंध में संचार साथी पोर्टल और दूरसंचार विभाग की अन्य महत्वपूर्ण पहलों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए, ऐसे नागरिकों की पहचान करना महत्वपूर्ण है जो संचार मित्र के रूप में समाज की सेवा करने के लिए इच्छुक हैं। संचार मित्रों का उद्देश्य मोबाइल उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा बढ़ाना, विकिरण संबंधी मिथकों पर स्पष्टता लाना, सरकारी पहलों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और मोबाइल से संबंधित धोखाधड़ी को रोकना है।
दूरसंचार विभाग पंजाब इकाई ने पंजाब और चंडीगढ़ के छह संस्थानों से 27 स्वयंसेवकों को संचार मित्र के रूप में नामांकित किया है, इनमें पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़, यूआईईटी चंडीगढ़, आईआईटी रोपड़, थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी पटियाला, बाबासाहेब भीम राव अंबेडकर नेशनल इंस्टीट्यूट टेक्नोलॉजी जालंधर और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर शामिल हैं। ये वे संस्थान हैं जहां दूरसंचार विभाग पंजाब द्वारा छात्रों, स्टार्टअप्स और शिक्षाविदों को शामिल करने के लिए 5G लैब स्थापित की है ताकि 5G उपयोग मामलों के लिए परीक्षण और विभिन्न समाधान किए जा सकें। इन संचार मित्रों ने सार्वजनिक बैठकें आयोजित करके तथा छात्रों एवं आम जनता के बीच जागरूकता अभियान चलाकर बहुत योगदान दिया है। दरअसल, पंजाब दूरसंचार विभाग के तीन संचार मित्रों को नई दिल्ली में आयोजित भारतीय मोबाइल कांग्रेस 2024 में प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था। दूरसंचार विभाग ने https://sancharsaathi.gov.in/ यूआरएल के साथ संचार साथी नामक एक बहुत उपयोगी वेबसाइट बनाई है। पोर्टल में बहुत उपयोगी विशेषताएं हैं, जिनके माध्यम से ग्राहक धोखाधड़ी वाली कॉल की रिपोर्ट कर सकते हैं, अपने नाम पर चल रहे मोबाइल नंबरों के बारे में जान सकते हैं, चोरी हुए या खोए हुए मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक कर सकते हैं, अपने क्षेत्र में कार्यरत इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के बारे में जान सकते हैं तथा उन मामलों की भी रिपोर्ट कर सकते हैं जहां स्थानीय नंबरों पर अंतर्राष्ट्रीय कॉल प्राप्त हो रही हैं। इस अवसर पर दूरसंचार विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक श्री मोहन लाल, उप महानिदेशक श्री रविन्द्र कुमार, निदेशक श्री जगराज सिंह, विभागाध्यक्ष प्रोफेसर श्री अरुण कुमार सिंह और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार विभाग की डॉ. श्री सिमरन जीत सिंह उपस्थित रहे।

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