मालवा क्षेत्र को राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से जोड़ने के लिए भारतीय रेलवे ने 443 करोड़ रुपए की राजपुरा-मोहाली 18 किलोमीटर रेल लाइन को मंज़ूरी दी
राजपुरा-मोहाली रेल लाइन पंजाब के कपड़ा, विनिर्माण और कृषि को बढ़ावा देगी, परिवहन लागत कम करेगी और तीर्थयात्रा तथा पर्यटन संपर्क को बेहतर बनाएगी
फिरोजपुर कैंट-बठिंडा-पटियाला-दिल्ली के बीच नई वंदे भारत एक्सप्रेस प्रस्तावित
पंजाब के लिए रेल बजट, 2009-14 के 225 करोड़ रुपए से 24 गुना बढ़कर 2025-26 में 5,421 करोड़ रुपए हुआ: अश्विनी वैष्णव
फिरोजपुर-पट्टी रेल लाइन, पंजाब के सीमावर्ती जिलों को प्रमुख शहरों और गुजरात के बंदरगाहों से जोड़ेगी, एक आर्थिक गलियारा बनाएगी और रसद लागत कम करेगी
30 अमृत स्टेशन, प्रमुख नई लाइनें और दोहरीकरण परियोजनाएँ पंजाब में रेलवे के बुनियादी ढाँचे में बदलाव ला रही हैं
छठ और दिवाली के दौरान रिकॉर्ड 12,000 विशेष ट्रेनें चलेंगी, पिछले साल की 7,724 ट्रेनों से ज़्यादा संख्या
बेहतर बुनियादी ढाँचे, योजना और सुचारू संचालन के कारण, 29 मंडलों में रेलवे परिचालन 90% से ज़्यादा समयपालन किया गया, कुछ मंडलों में तो यह 98% से भी ज़्यादा है: अश्विनी वैष्णव
Posted On: 23 SEP 2025 7:47PM by Aaj Tak Aamne saamne
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पंजाब के लिए रेलवे की एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। पंजाब में लंबे समय से प्रतीक्षित राजपुरा-मोहाली नई रेल लाइन को मंजूरी दे दी गई है।
केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और रेल एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री श्री रवनीत सिंह बिट्टू ने आज यह घोषणा की। इससे पंजाब के लोगों की 50 साल से भी पुरानी मांग पूरी हो गई है।
इस 18 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन पर 443 करोड़ रुपये खर्च होंगे और यह मालवा क्षेत्र को राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से सीधे जोड़ेगी।
नई लाइन के प्रमुख लाभ
सीधा संपर्क: पहले, लुधियाना से चंडीगढ़ पहुँचने के लिए ट्रेनों को अंबाला होकर जाना पड़ता था, जिससे दूरी अतिरिक्त लगती थी और समय भी बढ़ जाता था। अब राजपुरा और मोहाली के बीच सीधा संपर्क होगा, जिससे यात्रा की दूरी करीब 66 किलोमीटर कम हो जाएगी।