स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र में हरियाणा बना रहा अपनी अलग पहचान
Aaj Tak Aaamne saamne
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में हरियाणा में कुल 149 ब्लड सेंटर कार्यरत हैं जिनके माध्यम से इस वर्ष 3 लाख 30 हजार यूनिट्स ब्लड एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि निर्धारित लक्ष्यों के तहत अब तक 2 लाख 22 हजार 433 यूनिट ब्लड एकत्रित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सैनिकों, किसानों और युवाओं की भूमि है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि प्रदेश ने आज वह मुकाम हासिल कर लिया है, जहाँ हरियाणा एक ओर औद्योगिक पहचान के रूप में देशभर में अग्रणी है तो दूसरी ओर स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र में भी अब हरियाणा अपनी अलग पहचान बना रहा है।
पिछले 11 वर्षों में हरियाणा प्रदेश ने स्वास्थ्य क्षेत्र में दर्ज किए बड़े सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर लगातार बेहतर हो रहा है। पिछले 11 वर्षों में प्रदेश ने स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े सुधार दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि जहाँ पहले 30 बेड के अस्पताल हुआ करते थे, वहाँ अब 100 बेड की सुविधा उपलब्ध है। इसी प्रकार 100 बेड वाले अस्पतालों को 200 बेड और 200 बेड वाले अस्पतालों को 400 बेड तक विस्तार दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार धरातल पर गंभीरता से कार्य कर रही है ताकि प्रदेश के हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ मिल सकें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में जहाँ हरियाणा में प्रतिवर्ष केवल 700 डॉक्टर ही तैयार होते थे, वहीं आज यह संख्या बढ़कर 2600 प्रति वर्ष हो गई है। सरकार का लक्ष्य इस संख्या को बढ़ाकर वर्ष 2029 तक 3400 सीटें प्रतिवर्ष तक पहुँचाने का है। इसके लिए प्रदेश के प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि युवाओं को बेहतर अवसर मिलें और प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को नई ऊंचाइयां प्राप्त हों।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “फिट इंडिया-हिट इंडिया” नारे का उल्लेख करते हुए कहा कि आज हरियाणा इसी संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि नागरिकों का स्वास्थ्य बेहतर होगा तो प्रदेश की विकास गति भी तीव्र होगी।