जरा सोचिए = क्या जनता का स्वार्थ या ::::::::::?
*चरित्रहीन, आसामाजिक तत्वों के पनाहगार, भ्रष्टाचारी,घपले बाज,घोर अपराधी, रिश्वतखोर ,गैर कानूनी कार्यों में संलिप्त नेताओं को चुन कर उनसे अच्छाई की आशा रखना कितना उचित*? जरा सोचिए = क्या जनता का स्वार्थ या ::::::::::? ✍🏿 राजनीतिक दलों द्वारा सता को हासिल करने हेतु वोटरों को लुभाने हेतु नए नए हथकंडे अपनाना। चुनाव नजदीक आते ही […]
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